सीएम विंडो और ट्विटर हैंडल से हो रहा समस्याओं का समाधान

विशेष

पेडों के रख-रखाव में भी सीएम विंडो का योगदान

एनआरआई व अन्य राज्यों में हो रही है सराहना

ज्योंहि मिलती है शिकायत-त्योंहि लिया जाता है संज्ञान

चण्डीगढ़, 1 अक्टूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की ऑनलाइन अध्यापक स्थानांतरण नीति के बाद जनसाधारण की शिकायतों का सहज समाधान करने के लिए सीएम विंडो व उनके ट्विटर हैंडल की चर्चा भी अन्य पडोसी राज्यों में हो रही है। यहां तक की कई राज्यों ने तो इस व्यवस्था का अध्ययन करने के लिए अपने अधिकारियों की टीम भी हरियाणा भेजी है। एनआरआईज़ ने भी इसे सराहा है।

मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भूपेश्वर दयाल के अनुसार इस व्यवस्था को हरियाणा का आमजन एक अच्छा कदम मान रहे हैं क्योंकि ज्योंहि मिलती है शिकायत-त्योंहि लिया जाता है संज्ञान और शिकायतकर्ता को टेलीफोन करके बताया जाता है कि आपकी शिकायत मिली है । आपकी समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा समाज के प्रबुद्घ व्यक्तियों की गवाही के साथ स्वयं शिकायतकर्ता से उसकी संतुष्टि पूछी जाती है और उसके बाद शिकायत को फाईल किया जाता है। सूचना प्रोद्योगिकी के आज के इस युग में सोशल मीडिया का यह प्लेटफार्म युवा पीढ़ी को खूब रास आ रहा है और अपने परिवार के साथ-साथ सार्वजनिक हित की शिकायतों के भी पोस्ट डाल रहे हैं। एनआरआई तो इसे अपने लिए एक बड़ी सहूलियत मानकर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सराहना कर रहे हैं।

श्री भूपेश्वर दयाल ने बताया कि सीएम विंडो पर शिकायत देने के लिए सिर्फ एक सादे कागज पर लिखित में देना होता है जबकि ट्विटर हैंडल पर सीमित शब्दों में अपनी बात पहुंचानी होती है। उन्होंने बताया कि जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायतें पहुंचती हैं, समर्पित अधिकारियों की टीम द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर सम्बन्धित विभाग को आगामी कार्रवाई के लिए निर्देश दिए जाते हैं।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान लोगों ने अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए सीएम विंडो व ट्विटर हैंडल का भरपूर उपयोग किया है। वर्ष 2021 के दौरान अब तक सीएम विंडो डैशबोर्ड पर कुल 90630 शिकायतें, सुझाव व मांगें पंजीकृत की गईं। इसके अलावा, अप्रवासी भारतीयों ने भी 63 सुझाव व शिकायतें पोस्ट किए हैं। उन्होने बताया कि इस वर्ष 48334 शिकायतों का समाधान किया गया है। इसके अलावा, 3569 शिकायतें व्यवहार्य नहीं पाई गई जबकि  7142 शिकायतों पर सम्बन्धित विभागों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसी प्रकार, 4798 पर शिकायतकर्ता व प्रबुद्घ व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा की गई कार्रवाई पर लिखित में संतुष्टि व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि 12468 शिकायतों व सुझावों का समाधान का कार्य प्रगति पर है।

पेडों के रख-रखाव में भी सीएम विंडो का योगदान

उन्होंने बताया कि रोहतक जिले के गांव खेड़ी साध के कृष्ण कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि भारती रियलटी प्रोजेक्ट के तहत उसने मुशैदपुर, पालडी, गढी नत्थे खां गांवों में पोधों की देखरेख करने का कार्य लिया था। हरियाणा वन विकास निगम, गुरुग्राम के महाप्रबंधक द्वारा 156750 रुपये के बिलों की अदायगी रोकी हुई है। कईं बार व्यक्तिगत रुप से उनके कार्यालय में मिल चुका हूं और हर बार झूठा आश्वासन देकर टाल देता है। हारकर मुझे सीएम विंडो का सहारा लेना पड़ा। श्री भूपेश्वर दयाल ने बताया कि ज्योंहि  मुख्यमंत्री कार्यालय में मामला आया त्योंहि संज्ञान लिया गया तथा वन विभाग से स्पष्टीकरण मांगा गया। अपनी जानकारी में वन विभाग ने कहा कि महाप्रबंधक, हरियाणा वन विकास निगम, गुरुग्राम द्वारा कृष्ण कुमार के बिलों की अदायगी कर दी गई है। शिकायतकर्ता ने भी लिखित में इसकी स्तुति दी है।

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